सोते- जागते बस तेरा ही नाम लेती हूँ ,
जब डरती हूँ काली रात से,
तब तेरा ही नाम लेती हूँ।
बादलों की चादर से छन के आये बारिश ,
भिगो दे मेरी हर ख्वाहिश,
पर हर ख्वाहिश की तकदीर में मैं,
तेरा ही नाम लिख देती हूँ।
मुझे नहीं पता।
यदि होते हैं तो,
हर जन्म में तेरे ही नाम अपना यह जीवन लिख देती हूँ।
कोई कुछ कहता नहीं मुझसे,
न ही कुछ पूछता है,
क्यूंकि जवाब में मैं,
तेरा ही नाम कह देती हूं,
सोते- जागते बस तेरा ही नाम लेती हूँ ।
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आभार है मेरा