जय शिव शंकर तुम हो पालनहारी,
तुमसे ही तो चलती है यह सृष्टि सारी l
गंगा को दिया मान,
धर अपने शीश पर दिया सम्मान l
तुम विषधारी फिर भी हो शुभकारी,
सब जनों के तुम हो अधिकारी l
नागों का हार गले में तुम्हारे,
मुंडमाला तुम्हें सवारें l
फिर भी तुम हो मंगलकारी,
इस जग के पालनहारी l
बम भोले नाथ....
जवाब देंहटाएंसहज भाव..
अनु
:)
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