मन के मनके
कुछ बिखरे हुए मोती, कुछ बिखरे हुए क्षण.............: वंदना शर्मा
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26 नवंबर 2020
क्यों गुमसुम है चाँद आज?
क्यों गुमसुम है चाँद आज?
क्या कोई बात है आज?
किसका इंतज़ार है इसे,
या
कोई कर रहा चाँद का इंतजार?
सूनी - सूनी राहों पर चल रहा एकटक,
कोई साथी अगरआना चाहे,
तो,
क्या आने देगा यह चाँद?
कुछ तो बात है आज,
जो गुमसुम है यह चाँद।
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